📍 ग्वालियर।
ग्वालियर में एक युवक की मौत ने पुलिस की टेंशन बढ़ा दी है। युवक की पहचान तो हो गई, लेकिन अब उसका शव अंतिम संस्कार के लिए अपनों की राह देख रहा है।
जानकारी के मुताबिक, मृतक युवक दिल्ली में सेफ का काम करता था और ग्वालियर के बदनापुरा में रहने वाली अपनी प्रेमिका से मिलने आया था। तबीयत खराब हुई तो प्रेमिका के घरवालों ने ही उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया — लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
अब सवाल ये कि… युवक का परिवार कहां है?
🟥 दिल्ली की बदनाम गलियों से ग्वालियर तक पहुंचा प्यार
रेशमपुरा इलाके की रहने वाली एक युवती का नाता कभी दिल्ली की बदनाम गलियों से रहा था। वहीं पर मनोज चौहान नाम के युवक से उसकी मुलाकात हुई। प्यार परवान चढ़ा। युवती ग्वालियर आकर रहने लगी, लेकिन मनोज का आना-जाना बना रहा।
हर बार आता… कुछ दिन बिताता… और लौट जाता।
न कभी लड़की ने पूछा कि उसका परिवार कहां है,
न ही मनोज ने बताया कि वो किस घर का चिराग है।
🟡 बीमार हालत में पहुंचा था, परिजनों ने ही भर्ती कराया अस्पताल में
इस बार जब मनोज आया तो उसकी हालत कुछ ठीक नहीं थी। जब तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो प्रेमिका के घरवालों ने ही उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। डॉक्टरों ने जब परिजनों की सहमति मांगी, तो लड़की के घरवालों ने ही कागजों पर साइन किए।
लेकिन इलाज के दौरान मनोज ने दम तोड़ दिया। अब उसका शव परीक्षण ग्रह में पड़ा है और कोई अपना आगे नहीं आया है।
🔍 पुलिस खंगाल रही सोशल मीडिया, फिर भी नहीं मिला सुराग
पुलिस ने मनोज चौहान के सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले। करीब 250 लोगों से बातचीत की। लेकिन सबका एक ही जवाब — मनोज खुद को ग्वालियर का रहने वाला बताता था।
कुछ पोस्ट्स में बीवी और बच्चों की बातें भी सामने आईं, लेकिन उनका कोई नाम-निशान नहीं।
अब पुलिस इस गुत्थी में उलझी है —
जिसका शरीर यहीं है, उसका परिवार आखिर है कहां?
🕯️ मनोज का शव अब परीक्षण ग्रह में अंतिम संस्कार के इंतजार में रखा है।
कोई सामने आए, तो उसे सुपुर्द किया जाए।
वरना प्रशासन करेगा उसका अंतिम संस्कार।
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