ग्वालियर में जीवाजी यूनिवर्सिटी और ब्रिंघम यंग यूनिवर्सिटी के बीच AMOU साइन
ग्वालियर | 2 अगस्त 2025
ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी और अमेरिका की ब्रिंघम यंग यूनिवर्सिटी के बीच औषधीय पौधों पर रिसर्च को लेकर अहम समझौता हुआ है। दोनों संस्थान नीम, बेल, आंवला, शतावरी और अशोक जैसे पौधों के माइक्रोबायोम (सूक्ष्म जीवों) पर संयुक्त रिसर्च करेंगे, जिससे इम्यूनिटी बढ़ाने वाली नई दवाएं विकसित की जा सकें।
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान हुए इस AMOU के बाद अब जीवाजी यूनिवर्सिटी के छात्र अमेरिका जाकर आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी पर शोध कर सकेंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ DRDO के निदेशक डॉ. मनमोहन पारिडा ने किया। उन्होंने कहा, "बायोटेक्नोलॉजी भविष्य की जरूरत है। भारत सरकार नई शिक्षा नीति के तहत रिसर्च और डेवलपमेंट को प्राथमिकता दे रही है। DRDO ने इसके लिए 50 करोड़ रुपये का फंड निर्धारित किया है।"
इस रिसर्च से न सिर्फ भारतीय औषधीय पौधों की वैश्विक पहचान बढ़ेगी, बल्कि स्वास्थ्य, कृषि और औद्योगिक विकास के नए रास्ते भी खुलेंगे।
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