ग्वालियर
हाई कोर्ट परिसर में संविधान निर्माता एवं भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना को लेकर भले ही कुछ वकील विरोध कर रहे हों लेकिन ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है
जो खुलकर अब संविधान निर्माता की प्रतिमा लगाने के पक्ष में है। यहां तक की कथा वाचक कौशिक महाराज ने भी बाबा साहब की प्रतिमा को लगाने के निर्णय को उचित ठहराया है। इधर कांग्रेस विधायक सुरेश राज ने कहा है कि बाबा साहब के पास जितनी डिग्रियां और नॉलेज थी ऐसे बिरले लोग ही होते हैं ।बाबा साहब ने विषम परिस्थितियों में उच्चतम तालीण हासिल की। यही कारण है कि दुनिया भर के देशों में उनकी प्रतिमाएं लगी हैं। उनका कहना है कि वकीलों की पहचान वाला को काला कोट पहनना बाबा साहब की ही देन है। अपने ही पूर्वजों का इस तरह का अपमान बेहद पीड़ा दायक है ।उन्होंने कहा कि वकीलों को बुद्धिजीवी माना जाता है। इसलिए उनसे ऐसे आचरण की उम्मीद नहीं की जा सकती है। गौरतलब है कि बाबा साहब की प्रतिमा की स्थापना को लेकर वकीलों के दो गुट हो गए हैं।सवर्ण समाज से जुड़े वकील प्रतिमा की स्थापना के विरोध में है जबकि बहुसंख्यक वर्ग से जुड़े वकील इस प्रतिमा को लगाए जाने के पक्षधर हैं।