इंदौर के तेजाजी नगर थाने में दर्ज कथित पक्षपातपूर्ण FIR को लेकर सियासत गरमा गई है।
FIR में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के भाईयों का नाम शामिल होने पर कांग्रेस हमलावर है।
आज नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस मुख्यालय पहुँचा और ADG को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की।
कांग्रेस का आरोप है कि यह FIR पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है।
प्रतिनिधिमंडल में विधायक आरिफ मसूद, मीडिया विभाग अध्यक्ष मुकेश नायक, AICC सचिव कुणाल चौधरी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
यह FIR विपक्ष को दबाने का एक हथकंडा है। जिन लोगों का ज़मीन से कोई लेना-देना नहीं, उनके नाम FIR में हैं। जबकि जमीन पर लगे बोर्ड पर मुख्यमंत्री मोहन यादव के भाई का नाम है। हम निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं।”
“यह राजनीतिक षड्यंत्र है। यादव महासभा की जमीन पर मुख्यमंत्री के भाई का नाम दर्ज है, फिर भी विपक्ष के नेताओं के परिवार को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। कांग्रेस सड़क से सदन तक लड़ेगी।”
कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो वह राज्यभर में आंदोलन छेड़ेगी।
अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस FIR पर क्या रुख अपनाता है।
तेजाजी नगर थाने की FIR अब प्रदेश की सियासत का नया केंद्र बन चुकी है।
पुलिस जांच किस दिशा में जाती है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।