मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के बाद अब ग्वालियर में भी कोरोना ने अपनी दस्तक दे दी है..ऐसे में कोरोना पर नियंत्रण की तैयारी को लेकर ग्वालियर में "मॉक ड्रिल" की गई। हालांकि प्रदेश और केंद्र सरकार से कोरोना को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं जारी की गई है लेकिन ऐतिहात के तौर पर शहर के सबसे बड़े अस्पताल JAH और सिविल अस्पताल में 40 वार्ड संभावित कोरोना पॉजिटिव मरीज के लिए रिजर्व रखे गए हैं।
भारत में कोरोना ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है.. मध्य प्रदेश की बात की जाए तो अकेले इंदौर शहर में ही 31 से ज्यादा मामले अब तक सामने आ चुके हैं..वहीं पूरे प्रदेश में कोरोना के 40 से ज्यादा मामले रजिस्टर्ड हुए हैं.. ऐसे में अब ग्वालियर चंबल संभाग में भी कोरोना का पहला मामला ग्वालियर में सामने आया है, शहर के हरीशंकरपुरम स्थित श्रीराम कॉलोनी में रहने वाले एक युवक की कोरोन रिपोर्ट GRMC की लैब से पॉजिटिव आई है..इससे पहले युवक ने एक निजी लैब में अपनी जांच कराई थी वहां भी रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी.. जबकि युवक के संपर्क में आने वाले 9 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई..ऐसे में युवक को घर में ही आइसोलेशन किया गया है। वहीं
युवक की ट्रैवल हिस्ट्री मुंबई बताई गई है युवक पछले 2 महीने से मुंबई में था। शहर में कोविड का पहला मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर है ओर ऐतिहात के तौर पर कोरोना पर नियंत्रण की तैयारी को लेकर सिविल हॉस्पिटल मुरार में "मॉक ड्रिल" की गई..साथ ही 10 पलंग का एक कोविड वार्ड भी बनाया गया है। वहीं
जयारोग्य अस्पताल (JAH)मैं भी 30 पलंग का कोविड वार्ड तैयार किया गया है और कोल्ड OPD भी शुरू कर करते हुए गजराराजा मेडिकल कॉलेज (GRMC) के डीन ने कोरोना के लिए नोडल ऑफिसर की भी नियुक्ति कर दी है।