ग्वालियर
महान राष्ट्रवादी, प्रखर शिक्षाविद् और अखंड भारत के अमर सेनानी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटिशः नमन किया गया।
"एक राष्ट्र, एक विधान, एक प्रधान" के सिद्धांत को जीवन में उतारने वाले डॉ. मुखर्जी ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को नई दिशा प्रदान की। उनकी राष्ट्रभक्ति, वैचारिक स्पष्टता और नेतृत्व क्षमता आज भी देशभक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
ग्वालियर के मुखर्जी पार्क, फूलबाग स्थित चौराहे पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाजपा नेताओं ने डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।
इस मौके पर प्रभारी मंत्री तुलसीराम शसिलावट सांसद विवेक नारायण सेजवलकर, भाजपा जिला अध्यक्ष जयप्रकाश राजोरिया नगर निगम सभापति मनोज तोमर, कमल माखीजानी, केशव मांझी, सतीश वोहरे, लालजी जादौन, राकेश रायज्यादा समेत कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल कश्मीर में "एक देश, दो विधान" का विरोध किया, बल्कि इसके खिलाफ संघर्ष करते हुए अपना बलिदान भी दिया।
उनकी स्मृति और सिद्धांत आज भी भारत की एकता और अखंडता के लिए प्रासंगिक हैं।