ग्वालियर, 11 जुलाई 2025
स्वास्थ्य के नाम पर लापरवाही अब अस्पतालों को भारी पड़ सकती है। प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त तरूण राठी ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि अब मापदंडों के विपरीत संचालित निजी अस्पतालों पर विभाग निरंतर निगरानी रखेगा। कई अस्पतालों में डॉक्टरों की अनुपलब्धता और संसाधनों की कमी को गंभीरता से लेते हुए आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आयुक्त राठी ने बताया कि ग्वालियर-चंबल संभाग में कई नर्सिंग होम्स के लाइसेंस हाल ही में निरस्त किए गए हैं और यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कुछ निजी नर्सिंग होम ऐसे हैं, जहां न तो पर्याप्त नर्सिंग स्टाफ है और न ही जरूरी मेडिकल संसाधन। कई संस्थानों में “ऑन कॉल डॉक्टर” की व्यवस्था के सहारे इलाज किया जा रहा है, जो कि सीधे तौर पर मरीजों की जान से खिलवाड़ है।
तरूण राठी ने कमला राजा महिला एवं बाल चिकित्सालय का निरीक्षण भी किया और व्यवस्थाओं को सुधारने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की स्थिति संतोषजनक नहीं है, जिसे सुधारने के लिए मैदानी अमले को निर्देशित किया गया है।
स्वास्थ्य आयुक्त ने यह भी कहा कि विभाग में खाली पड़े पदों पर तेजी से नियुक्तियां की जा रही हैं, ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इसके साथ ही हाल ही में कमला राजा अस्पताल सहित अन्य संस्थानों में हुई आगजनी की घटनाओं को देखते हुए सरकार ने सुरक्षा इंतजामों को मजबूत करने के लिए एक बड़ी राशि स्वीकृत की है। इस राशि से पुरानी वायरिंग बदली जाएगी और सुरक्षा मापदंडों को मजबूत किया जाएगा।
आयुक्त राठी ने साफ किया कि अब से प्रदेश के सभी संभागों में हर महीने मॉनिटरिंग की जाएगी, ताकि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें और किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो।