निचले इलाकों को किया गया अलर्ट, SDRF और प्रशासन अलर्ट मोड पर
ग्वालियर, 13 जुलाई 2025।
रविवार देर शाम ग्वालियर की जीवनरेखा माने जाने वाले तिघरा जलाशय के तीन गेट खोल दिए गए। इससे करीब चार हज़ार क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। गेट खोलने से पहले डाउन स्ट्रीम के गांवों को सतर्क किया गया।
कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर राजस्व विभाग की टीमें लगातार हालात पर नजर रख रही हैं। साथ ही SDRF की टीम को भी एक्टिव कर दिया गया है।
पर्यटकों की सुरक्षा पर भी फोकस
कलेक्टर ने साफ निर्देश दिए हैं कि तिघरा डैम पर पिकनिक मनाने आने वालों की सुरक्षा में कोई चूक न हो। गेट खोलने के समय अधीक्षण यंत्री राजेश चतुर्वेदी, कार्यपालन यंत्री पंकज सेंगर और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इन गांवों पर असर पड़ सकता है
गेट खुलने से तिघरा की डाउन स्ट्रीम में बसे कुछ गांवों पर असर पड़ सकता है। प्रशासन ने इन गांवों को सतर्क कर दिया है:
- ग्वालियर जिले के गांव: तिघरा, कैथा, तालपुरा, महिदपुर, पृथ्वीपुर, कुलैथ, अगरा भटपुरा, दुगनावली और तिलघना।
- मुरैना जिले के गांव: पहाड़ी, जखौदा और बामोर।
100 साल पुराना है तिघरा डैम
तिघरा जलाशय का निर्माण सिंधिया राज्यकाल में किया गया था। यह इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की देखरेख में बना था। यह डैम ग्वालियर से 23 किमी दूर साँक नदी पर स्थित है और मीठे पानी का मुख्य स्रोत है।
इस डैम से आज भी ग्वालियर शहर की पेयजल सप्लाई का बड़ा हिस्सा पूरा किया जाता है। इसलिए इसे 'ग्वालियर की लाइफ लाइन' भी कहा जाता है।
अलर्ट:
प्रशासन की अपील है कि कोई भी व्यक्ति जलाशय या डाउन स्ट्रीम इलाके में अनावश्यक रूप से न जाए। अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें।