ग्वालियर से बड़ी खबर —
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। वजह थी हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट अनिल मिश्रा, जो खुद अपनी गिरफ्तारी देने पहुंच गए।
दरअसल, डॉ. भीमराव अंबेडकर पर सोशल मीडिया पर दिए गए विवादित बयान को लेकर उनके खिलाफ क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज हुई थी। और आज मिश्रा ने इसे “खुली चुनौती” में बदल दिया।
एसपी ऑफिस पहुंचते ही माहौल गर्म हो गया। हिंदू महासभा, ब्राह्मण महासभा, रक्षक मोर्चा और करणी सेना जैसे संगठन मिश्रा के समर्थन में उतर आए — नारेबाजी, हंगामा और पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन।
अनिल मिश्रा ने साफ कहा —
> “मैं अपने बयान पर कायम हूं।
मैंने अंबेडकर के खिलाफ कुछ गलत नहीं कहा।
जो कहा, वो सच कहा।
धमकियां मिल रही हैं, लेकिन मैं डरने वाला नहीं।”
मिश्रा ने दावा किया कि 15 अक्टूबर को भीम आर्मी ने उनके घर के बाहर “जूते फेंकने” की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई आएगा, तो सामना होगा — आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।
पुलिस की सफाई:
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, मिश्रा का बयान वायरल होने के बाद उन्हें नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। इसके बाद कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन मानते हुए एफआईआर दर्ज की गई।
हालांकि, पुलिस ने अब तक गिरफ्तारी नहीं की है, जांच जारी है।
इधर सोशल मीडिया पर माहौल तेजाबी होता जा रहा है —
एक तरफ ब्राह्मण महासभा और हिंदू महासभा मिश्रा के साथ खड़ी हैं,
तो दूसरी तरफ भीम आर्मी और ओबीसी महासभा लगातार विरोध में उतर रही हैं।
दोनों पक्षों के बयान सोशल मीडिया पर आग भड़का रहे हैं।
पुलिस अलर्ट मोड में है, क्योंकि ग्वालियर में वर्गीय तनाव की आहट साफ सुनाई दे रही है।
🔗 फॉलो करें: facebook.com/thexposeexpress
📺 सब्सक्राइब करें: youtube.com/@thexposeexpress
📸 Instagram: instagram.com/thexposeexpress
🔥 हम दिखाते हैं वो, जो सब छुपाते हैं — The Xpose Express.

