ग्वालियर।
विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में ग्वालियर के सिंधिया नगर केंद्र पर एक विशेष चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और प्लास्टिक प्रदूषण जैसे गंभीर विषय पर संवाद को प्रोत्साहित करना रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्राधिकारी आर.आर. सिंह सेंगर रहे, जबकि अध्यक्षता पाठशाला समूह के अध्यक्ष श्री ओ.पी. दीक्षित ने की। लाल टिपारा गौशाला से पधारे संत स्वामी ऋषभानंद जी ने कहा कि "हमें अपनी संस्कृति और जीवन को सुरक्षित रखने के लिए प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखना होगा।"
क्षेत्राधिकारी सेंगर ने अपने वक्तव्य में प्लास्टिक से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण के खतरों को रेखांकित करते हुए कहा कि "यह न केवल पर्यावरण, बल्कि हमारे स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डालता है — विशेषकर कैंसर और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाने वाले रसायनों के रूप में।"
कार्यक्रम में कुल 125 बच्चों ने भाग लिया, जिन्हें तीन आयु समूहों में विभाजित किया गया:
- प्रथम समूह: कक्षा 3 से 5
- द्वितीय समूह: कक्षा 6 से 8
- तृतीय समूह: कक्षा 9 से 11
बच्चों ने चित्रकला प्रतियोगिता में जहां अपनी रचनात्मकता के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, वहीं निबंध प्रतियोगिता में उन्होंने लेखन के जरिए सुरक्षित भविष्य हेतु सुझाव और चेतावनियां प्रस्तुत कीं।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री ओ.पी. दीक्षित ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पाठशाला केंद्र के चयन पर आभार व्यक्त किया और आशा जताई कि भविष्य में ग्वालियर के सभी 10 केंद्रों पर ऐसी गतिविधियाँ 5 जून तक आयोजित की जाती रहेंगी।
इस अवसर पर पाठशाला समूह के सचिव श्री मनोज पांडे, कोषाध्यक्ष श्री मोहनलाल अहिरवार, श्री राकेश श्रीवास्तव, श्री जे.पी. नामदेव, क्षेत्रीय कार्यालय से श्री देवेंद्र कुमार शर्मा एवं बोर्ड की टीम, शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा बड़ी संख्या में बच्चे उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।