ग्वालियर
आरोग्य भारती कुपोषण आयाम, मुरार इकाई द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की 178 महिलाओं एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए एक दिवसीय स्वास्थ्य जागरूकता एवं सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में महिला एवं बाल विकास विभाग का भी सहयोग रहा।
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आरोग्य भारती मुरार इकाई द्वारा सीपीआर प्रशिक्षण एवं स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम |
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ हुआ। कार्यक्रम में आरोग्य भारती के सचिव श्री जे.पी. शर्मा ने कहा कि “हर साल हृदय गति रुकने से लाखों लोगों की मृत्यु होती है। यदि समय पर सीपीआर दिया जाए तो कई जीवन बचाए जा सकते हैं। आरोग्य भारती का उद्देश्य है कि यह तकनीक जन-जन तक पहुंचे।”
https://youtu.be/Og02QbW0Wak?si=diVGFZJSossum97f
सीपीआर प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. नीलिमा टंडन एवं उनकी टीम – डॉ. संदीप जादौन, डॉ. आशीष द्विवेदी, डॉ. अभिषेक राजे, डॉ. प्रशांत अग्रवाल, डॉ. मनोरमा यादव – ने उपस्थित महिलाओं को सीपीआर की महत्ता समझाई, तकनीकी जानकारी दी एवं डमी मॉडल पर प्रशिक्षण भी प्रदान किया।
परियोजना अधिकारी श्री सुनील शर्मा ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग और आरोग्य भारती के उद्देश्य एक जैसे हैं, और दोनों मिलकर समाज के आरोग्य निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कार्यक्रम में एनआरसी नोडल अधिकारी एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आशुतोष शर्मा ने भी मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन मोहित शर्मा ने किया तथा आभार प्रदर्शन विकास भट्ट ने किया।
इस अवसर पर मुरार इकाई अध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुशवाहा, डॉ. शैलेन्द्र सिंह, वीरू सोन, शिवम मिश्रा, डॉ. शोभाकार चौधरी, डॉ. कुसुम सिंह, सुपरवाइजर संध्या माहुने, सरिता चाकुलिया, विजय गौड़, नरेंद्र सैन सहित कुल 204 प्रतिभागियों की उपस्थिति रही।