ग्वालियर, 1 जुलाई 2025 |
1 जुलाई 2015 को ग्वालियर में शुरू हुई एक छोटी-सी मानवीय पहल ने आज अपने सेवा के दस वर्ष पूरे कर लिए हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, धार्मिक स्थलों और फुटपाथों पर बेसहारा, लावारिस, पीड़ित और बीमार लोगों के लिए शुरू की गई "आश्रम स्वर्ग सदन" सेवा आज समाज में एक आशा की किरण और भरोसे का नाम बन चुकी है।
इन 10 वर्षों की यात्रा में संस्था ने:
✅ 5000 से अधिक जरूरतमंदों को प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराया।
✅ 500 गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर उनका इलाज करवाया।
✅ 328 प्रभुजनों को ‘स्वर्ग सदन’ में स्थायी आश्रय दिया।
✅ और सबसे खास – 125 लोगों का उनके परिवारों से पुनर्मिलन कराया।
अब संस्था का अगला पड़ाव है — 500 बेघरों के लिए एक नया आश्रय स्थल तैयार करना, जो न सिर्फ ईंट-पत्थर का ढांचा होगा, बल्कि संवेदनाओं की छत होगी।
"सेवा का यह सफर आँसुओं से भीगा, लेकिन उम्मीदों से भरा रहा"
संस्था से जुड़े सदस्यों का कहना है कि यह उपलब्धि केवल किसी संगठन की नहीं, बल्कि उन हजारों सेवाभावी हाथों की है जिन्होंने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस मिशन को सहारा दिया।
“यह हमारी नहीं, आपकी सेवा, आपकी संवेदना और आपके साथ की जीत है।”
इस मौके पर सभी सहयोगियों और दानदाताओं को कोटि-कोटि नमन और आभार प्रकट किया गया।
संस्था ने आगे भी निरंतर सेवा की लौ जलाए रखने का संकल्प दोहराया।