ग्वालियर
हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में संविधान निर्माता और भारत रत्न बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक रंग लेता जा रहा है।
इसी को लेकर ग्वालियर के मध्य प्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स भवन में शनिवार को सामाजिक समरसता सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित दिल्ली की केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री रहे और वर्तमान में कांग्रेस के अनुसूचित जाति मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र पाल गौतम डीएमके सांसद पी विल्सन जेएनयू की छात्र नेता आयुषी घोष सहित सांसद अशोक सिंह ने हाई कोर्ट में संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने का पुर जोर समर्थन किया वहीं इसका विरोध करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के लिए भी सरकार से मांग की।
इस मुद्दे पर वामपंथी संगठन सहित ओबीसी एससी एसटी संगठनों के सामाजिक न्याय सम्मेलन में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित राज्यसभा सांसद अशोक सिंह डीएमके के सांसद पी विल्सन जेएनयू की छात्र नेता जेएनयू की पूर्व अध्यक्ष आयुषी घोष भी सामाजिक न्याय सम्मेलन में शामिल होने पहुंची। इस दौरान सभी ने ग्वालियर हाईकोर्ट में बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा लगाए जाने की मांग उठाई। उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर को संविधान निर्माता बताते हुए। उनकी प्रतिमा ग्वालियर हाईकोर्ट में लगाए जाने की मध्य प्रदेश सरकार से मांग की सभी ने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा का विरोध कर रहे लोगों को आरएसएस और बीजेपी प्रायोजित बताते हुए मनुवादी करार दिया। कांग्रेस अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि जो लोग ग्वालियर हाईकोर्ट में अंबेडकर साहब की प्रतिमा का विरोध कर रहे हैं वह लोग भगवान श्री राम के नाम के जयकारे लगाते हैं यह वह लोग हैं जो भगवान श्री राम के नाम को बदनाम कर रहे हैं उन्होंने विरोध करने वालों को आतंकवादी की संज्ञा दी है उन्होंने कहा कि यह लोग समाज में विद्वेष फैलाना चाहते हैं इसलिए ऐसे लोगों की तुलना उन्होंने आतंकवादियों से की है। वहीं कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने भी देश के पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वह लोग ऐसे लोगों के समर्थन में है जो लोग संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की खिलाफत कर रहे हैं। ऐसे पूर्व CJI की योग्यता और उनकी मानसिकता पर भी उन्होंने संदेह जताया है