ग्वालियर
आजाद समाज पार्टी के प्रमुख एवं नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण ने कहा है कि बहु संख्यक समाज ने बाबा साहब की प्रतिमा की स्थापना को अब अपना लक्ष्य बना लिया है। उन्होंने कहा कि मूर्ति की स्थापना सर्व समिति से हो और संवैधानिक तरीके से हो, इसके लिए उन्होंने देश के मुख्य न्यायाधीश से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा की हाई कोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में प्रतिमा की स्थापना के लिए 18 जून को एक बड़ी बैठक का आयोजन है। जिसमें सभी दलों के लोग और बहुसंख्यक बुद्धिजीवी प्रमुख रूप से हिस्सा लेंगे।
उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लेकर वे भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को पत्र भी लिख चुके हैं।
चंद्रशेखर आजाद ने चेताया कि यदि जरूरत पड़ी तो 18 जून को एक बड़ी बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ वकीलों ने भीम आर्मी को चुनौती दी थी और हमारे कार्यकर्ताओं से बदसलूकी की गई।
भीम आर्मी का स्पष्ट कहना है कि अगर संविधान निर्माता की मूर्ति को स्थापित करने में बाधा आएगी, तो लोकतांत्रिक और वैधानिक तरीके से बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।