ग्वालियर जिले के घाटीगांव स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में चल रही महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं अब सवालों के घेरे में हैं। यहां MSW और BSW की परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल का वीडियो सामने आया है, जो शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलता नज़र आ रहा है।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कोई छात्र मोबाइल से नकल कर रहा है, तो कोई पर्चियों और सीरीजों की मदद से उत्तर लिख रहा है। सेंटर पर न तो किसी की निगरानी है, और न ही किसी को भय।
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि प्रत्येक छात्र से 700 रुपये लेकर नकल की 'सुविधा' दी जा रही है। यानी नकल भी अब एक व्यवस्थित 'सिस्टम' का हिस्सा बन चुकी है।
शिक्षा विभाग और यूनिवर्सिटी प्रशासन पर यह बड़ा सवाल है –
क्या ये परीक्षाएं महज़ औपचारिकता हैं?
क्या डिग्री का मतलब अब सिर्फ पैसा बन गया है?
प्रशासन की चुप्पी, और नकल माफियाओं की सक्रियता – मिलकर प्रदेश की उच्च शिक्षा की साख पर बट्टा लगा रही है।
देखना यह होगा कि इस वीडियो के सामने आने के बाद जिम्मेदार विभाग क्या कार्रवाई करता है, या हमेशा की तरह यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा।