ग्वालियर के मांडरे मंदिर में माता की भक्ति का 175 साल पुराना इतिहास समाया हुआ है। सिंधिया राजवंश द्वारा स्थापित यह मंदिर नवरात्र के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का केंद्र बन जाता है।
मुख्य जानकारी:
- मांडरे मंदिर 175 साल पुराना ऐतिहासिक स्थल है, जिसे सिंधिया राजवंश ने बनवाया था।
- हर नवरात्र माता की मूर्ति को रंग-बिरंगी साड़ियों और विशेष सजावट में सजाया जाता है।
- श्रद्धालुओं की आस्था इतनी प्रबल है कि यह मंदिर पूरे क्षेत्र में भक्ति का प्रतीक बन चुका है।
- मंदिर की भव्यता और इसकी ऐतिहासिक कहानी हर साल लाखों लोगों को आकर्षित करती है।
विशेष जानकारी:
- नवरात्र के पहले दिन से ही भक्त माता की पूजा और आराधना में लीन हो जाते हैं।
- मंदिर का यह ऐतिहासिक महत्व न केवल स्थानीय लोगों बल्कि इतिहासकारों के लिए भी बेहद आकर्षक है।
अगर आप भी माता की भक्ति और मांडरे मंदिर की खासियत देखना चाहते हैं, तो वीडियो को अंत तक देखें।
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